अभिव्यक्ति : कुछ अनकही सी (abhivyaktibyrcgaur) (मेरी बात, रचना - 46, होली : एक विश्लेषण) होली शब्द से मन में दो तस्वीरें उभरती है - एक रंगों से सराबोर लोग लाल,गुलाबी,हरे, नीले,पीले रंगों से पुते कपड़ों और चेहरों के साथ और दूसरी …
Read moreअभिव्यक्ति : कुछ अनकही सी (abhivyaktibyrcgaur) (मेरी बात, रचना - 45,स्वप्न, नहीं होते दिवास्वप्न) खुली आंखों से देखे जाने वाले स्वप्न, नही होते दिवास्वप्न, हर स्वप्न के पीछे होती है, परिश्रम की अकथनीय गाथा, पैरों में पड़े छाले, …
Read moreअभिव्यक्ति : कुछ अनकही सी (abhivyaktibyrcgaur) (मेरी बात, रचना - 44, दर्द ही तो है जो) दर्द ही तो है जो, कागज पर शब्दों में ढल कर, आकार लेता है, अव्यक्त भावनाओं पर, मौन सहमति बन कर, प्रेरणा देता है, दर्द ही तो है जो, कभी आंसुओ के…
Read moreअभिव्यक्ति : कुछ अनकही सी (abhivyaktibyrcgaur) राष्ट्रीय आय का अर्थ एवं परिभाषाएं (Meaning and Definition of National Income) सामान्यतया किसी अर्थव्यव्स्था मे एक वर्ष के अंतर्गत उत्पन्न वस्तुओं तथा सेवाओं के मौद्रिक मूल्य के योग …
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